मुठभेड़ में जवान शहीद, दो पूर्व सरपंच की हत्या

जगदलपुर, 05 दिसम्बर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान नारायणपुर जिला रिजर्व पुलिस बल के एक हेड कांस्टेबल कल रात शहीद हो गए हैं वहीं नक्सलियों ने दो पूर्व सरपंच की आज हत्या कर दी।
नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि नक्सलियों की घेराबंदी के लिए बुधवार से जिला रिजर्व पुलिस बल और सीमा सुरक्षा बल की संयुक्त पार्टी अबूझमाड़ क्षेत्र के पुलिस स्टेशन सोनपुर और कोहकामेटा के सीमावर्ती क्षेत्र मे रवाना हुई हैं। गुरुवार दोपहर एक बजे से संयुक्त सुरक्षा बलों की टीम और नक्सलियों के बीच रुक रुक कर कई बार मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों से भीषण लड़ाई लड़ते हुए जिला रिजर्व पुलिस बल नारायणपुर के  प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी  गंभीर चोट के वजह से मौके पर ही  शहीद हो गए। शहीद जवान बिरेंद्र कुमार सोरी 2010 में  नारायणपुर जिला बल में आरक्षक के पद में भर्ती हुए थे और 2018 में नक्सल ऑपरेशन में वीरतापूर्ण कार्य के लिए क्रम से पूर्व प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत हुए थे। नक्सल विरोधी गश्त एवं सर्च अभियान अभी जारी है। शहीद जवान बिरेंद्र कुमार सौरी नरहरपुर, कांकेर के निवासी हैं। 2010 में आरक्षकके पद में भर्ती हुए थे। प्रमोशन के बाद वे प्रधान आरक्षक के रूप में सेवाएं दे रहे थे।
नारायणपुर जिले में अब तक 44 माओवादी मारे गए है। 38 माओवादियों की गिरफ्तारी और 14 माओवादी द्वारा आत्मसमर्पण किया गया हैं। बीजापुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अक्षीक चंद्रकांत गवर्ना ने बताया कि न भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के बिरयाभूमि गांव के रास्ते से पूर्व सरपंच सुकलु फरसा का अपहरण कर लिया था. वहीं नैमेड थाना क्षेत्र कडेर के पूर्व सरपंच सुखराम अवलम को नक्सलियों ने मुर्गा बाजार से अगवा किया था और अब दोनों की हत्या कर दी गई है. पुलिस घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है।     नक्सलियों ने पूर्व सरपंच सुकलु फरसा के शव पर प्रेस नोट भी जारी किया है जिसमें माओवादियों ने उनपर भाजपा पार्टी से जुडऩे का आरोप लगाया है. इसके साथ ही लिखा कि तीन बार उन्होने पूर्व सरपंच को पार्टी से दूरी बनाने की चेतावनी दी थी. लेकिन उनकी बात नहीं मानने पर चौथी बार में नक्सलियों ने पूर्व सरपंच की हत्या कर दी है।

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