
लाल सलाम का दामन छोड़ मुख्यधारा में लौटे अमित और अरुणा
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के घने जंगलों से एक ऐसी कहानी सामने आई है, जो हिंसा से मोहब्बत की ओर, बंदूक से जीवन की ओर ले जाती है। यह कहानी है अमित बारसा और अरुणा की, जिन्होंने बंदूक छोड़कर प्रेम और शांति की राह चुनी है। कभी डेढ़ करोड़ के इनामी (पोलित ब्यूरो सदस्य) नक्सली नेता वेणुगोपाल…