बीजापुर , 28 जून . छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर में एक बार फिर सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता सामने आई है.पश्चिम बस्तर डिवीजन, एओबी और धमतरी-गरियाबंद-नुआवाड़ा डिवीजन में सक्रिय 13 सक्रिय माओवादियों ने शुक्रवार को पुलिस और अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.इन माओवादियों में 23 लाख रुपये के इनामी भी शामिल है.
आत्मसमर्पित माओवादियों ने बताया कि वे संगठन की विचारधारा से मोहभंग, भीतर फैलते मतभेद, और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में लौटे हैं।
साथ ही, आंतरिक क्षेत्रों में सुरक्षा कैंपों की स्थापना, सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास, और नियद नेल्लानार योजना के तहत चल रही गतिविधियों ने भी उनकी सोच बदल दी.आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों मे देवे मुचाकी उर्फ प्रमिला – 8 लाख की इनामी, कंपनी नं. 02 पार्टी सदस्य (सक्रिय वर्ष 2019 से)
कोसा ओयाम उर्फ महेश – 5 लाख की इनामी, एसीएम, धमतरी डिवीजन (सक्रिय वर्ष 2009 से)
कोसी पोड़ियाम – 2 लाख की इनामी, केएएमएस अध्यक्ष
इसके अतिरिक्त, पीएलजीए, एलओएस और मिलिशिया प्लाटून के कई सदस्य भी शामिल हैं.आत्मसमर्पित माओवादी 2000 से लेकर 2024 तक की विभिन्न अवधियों से संगठन में सक्रिय थे.
13 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
