जगदलपुर, 27 मई । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में सोमवार शाम किरंदुल से निकाली गई बस्तर बचाओ न्याय पदयात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को यात्रा बचेली शहर से आगे निकली। यहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि वे आदिवासियों के सम्मान में सड़कों पर उतरकर उनकी आवाज बुलंद कर रहे हैं।
इस यात्रा में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं सहित कई बड़े नेता शामिल हुए। बैलाडीला की खदानों को निजी हाथों में देने के विरोध में किरंदुल से दंतेवाड़ा तक यह पदयात्रा करने का ऐलान कांग्रेस ने किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगला चुनाव 3 साल बाद होना है। हम चुनाव परिणाम के लिए नहीं, बल्कि जनता की आवाज बुलंद करने के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। किरंदुल से दंतेवाड़ा तक 42 किमी की पदयात्रा 4 दिनों में पूरी कर कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे। बैज ने आरोप लगाया कि उद्योगपतियों की समर्थक भाजपा सरकार ने बैलाडीला की खदानों को मित्तल व रूंगटा को बेच दिया है। बीजापुर की कोरंडम खदान भी यह सरकार बेच रही है। जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी पहले से लौह अयस्क की माइनिंग कर रही है। ऐसे में खदानों को निजी हाथों में सौंपना गलत है।
जनता को न्याय दिलाने हम हम न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। वर्तमान भाजपा की सरकार बस्तर के खनिज संसाधनों को बाहरी लोगो के हाथों सौप रही हैं, तो यहां की जनता क्या करेंगी? जल जंगल जमीन हमारी है और हमें आज अपनी ही चीजों को बचाने के लिए सरकार से लड़ना पड़ रहा है। बस्तर के खनिज संसाधन पर हक यहां के मूल निवासियों का है और उन्हें उनका हक पूरा मिलना चाहिए। जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप स्वयं वन मंत्री हैं। अगर उनका वन विभाग एनओसी देता है, तो जनता उनसे भी सवाल पूछेगी। पदयात्रा में पूर्व विधायक देवती कर्मा, छबिन्द्र कर्मा, तूलिका कर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अवधेश गौतम, बबलू सिद्दीकी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए।