सुकमा, 21 फरवरी । नक्सलियों ने दंतेवाड़ा ज़िले के बारसुर थाना क्षेत्र मे अस्थायी अतिथि शिक्षकों की हत्या की जिन दो लोगों की हत्या हुई है, उनमें बामन कश्यप की उम्र 29 साल और अनीस राम पोयाम की उम्र 38 साल है. बामन कश्यप एक सरकारी स्कूल में ‘शिक्षा दूत’ यानी अस्थायी अतिथि शिक्षक के रूप में काम कर रहा था।नक्सल विरोधी संस्था बस्तर जागरण अभियान के सदस्य फ़ारूख अली ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नक्सलियों द्वारा हत्या की निंदा करते हुए कहा नक्सलियों का एक बार फिर घिनौना चेहरा सामने आया है,फ़ारूख ने कहा नक्सली शिक्षा दूतों की हत्या कर ये साबित किए हैं के आदिवासी बच्चों के शिक्षा विरोधी हैं माओवादी। फ़ारूख अली ने आगे कहा नक्सली इस बात से बौखलाए हैं के चारों तरफ़ उनकी हार हो रही है,अंदरूनी इलाक़ों मे कैंपों के बनने के बाद ग्रामीण सुरक्षित महसूस कर रहे हैं,नक्सली इस बात से बौखलाये हैं के बस्तर में माओवादियों का वर्चस्व समाप्त हो रहा है,मतदान मे जिस तरह लोग उत्साह दिखाकर मतदान कर रहे हैं इससे साबित हो रहा है जनता विकास और शांति चाह रही है। फ़ारूख अली ने क्षेत्रीय नक्सलियों से अपील किया है बाहरी नक्सलियों के बहकावे मत आइये,मुख्यधारा से जुड़कर विकास की राह चुने आत्मसमर्पण करके एक खुशहाल जीवन व्यतीत करें।
नक्सलियों का घिनौना चेहरा आया सामने – फ़ारूख अली
