आदिवासियों से बात नहीं करती सरकार-सीतक्का

0
15

बीजापुर. 13 अप्रैल । नक्सल संगठन छोड़कर मुख्य धारा में आई फिर राजनीति में कदम रखकर तेलंगाना की कैबिनेट मंत्री बनने वाली डॉ. दनसारी अनुसुईया (सीतक्का) ने कहा कि जनता के हित में काम करने से ही नक्सलवाद खत्म होगा।
डाॅ सितक्का ने कल शाम पत्रकारों से चर्चा की इस बातचीत में उन्होंने बस्तर के आदिवासियों की समस्या पर अपनी बात रखते हुए बताया है कि सरकारें आदिवासियों से बात नहीं करतीं.उनकी नहीं सुनीं इसलिए नक्सलवाद खत्म नहीं हो रहा है। इस पर सभी सरकारों को काम करना होगा तभी समस्या का हल निकलेगा। सीतक्का शुक्रवार को भोपालपट्टनम में कवासी लखमा के पक्ष में प्रचार करने आई थी।
यहां के आदिवासी जब जंगल जाते है उन्हें फोर्स परेशान करती है, आदिवासियों को आजादी में रहने की आदत है उन्हें यहां वह आजादी नहीं मिल पा रहा है।
तेलंगाना के मुलुगु जिले की विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ. दनसारी अनुसुईया (सीतक्का) राजनति में आने से पहले 15 साल से अधिक समय तक जंगल में नक्सल संगठन से जुड़कर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ती रहीं। 1994 में उन्होंने सरेंडर किया और मुख्यधारा में लौट आईं। इसके बाद इंटीग्रेटेड ट्राइबल डेवलपमेंट एजेंसी में नौकरी करते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी। कानून की पढ़ाई के बाद वह पीएचडी करते-करते वह चंद्रबाबू नायडू के प्रोत्साहन पर तेलुगु देशम पार्टी में शामिल हो गई। 2004 में उन्होंने मुलुगु विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन हाई गईं 2009 में कांग्रेस से पोड़ेम वीरैया के खिलाफ जीत दर्ज की और विधानसभा पहुंचीं। 2017 में कांग्रेस में शामिल हुईं। 2019 के चुनावों में फिर से वह कांग्रेस से विधायक चुनी गईं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here