जगदलपुर / कलेक्टर हरिस एस बुधवार को जिला कार्यालय के आस्था सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। संस्थागत प्रसव की जिले में स्थिति का समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि सभी ब्लॉक के स्वास्थ्य केन्द्रों में जहां तीन माह से रात्रिकालीन संस्थागत प्रसव नहीं हुआ उन संस्थान पर काम करने वाले बीएमओ, बीपीएम, सेक्टर सुपरवाइजर को नोटिस देने के निर्देश दिए। इसके अलावा बस्तर और मुंडागांव सेक्टर के अधिकारी का वेतन रोकने के निर्देश दिए। साथ ही रात में ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की उपस्थिति नहीं होने पर विभागीय जांच करवाने के निर्देश भी दिए। संस्थागत प्रसव सुविधा को ब्लॉक में संचालित सभी स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं को सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए ताकि प्रसव के लिए अन्य अस्पतालों में ना जाएं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी पर उपस्थित रहे ताकि प्रसव की सुविधा गर्भवती महिलाओं को मिल सके। कलेक्टर ने उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों पर रिफर करने के कारण का समीक्षा करते हुए कहा कि हाई रिस्क गर्भवती को छोड़ कर अन्य मरीजों को उच्च संस्थान न भेजा जाए। उन्होंने यूपीएचसी में रात्रि कालीन संस्थागत प्रसव का भी संज्ञान लिया।
जिले में मातृ मृत्यु दर के कारण का समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने ब्लॉक मेडिकल ऑफिसरों को क्षेत्र में मातृ मृत्यु दर की वास्तविकता का संज्ञान लेने और रिपोर्टिंग प्रापर तरीके से करने निर्देशित किया, साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जिला स्तर पर इसकी लगातार समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों में एचआरपी के नॉर्म्स की जानकारी फील्ड के कर्मचारियों को होना चाहिए साथ ही उनके चिन्हांकन करने का कार्य भी किया जाए।
एएनसी पंजीयन का अस्पताल एवं आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीयन का मिलान करवाकर हितग्राहियों को लाभ दें, उन्होंने शहरी क्षेत्र में एएनसी पंजीयन कम होने का संज्ञान लिया। गर्भवती महिलाओं का पहचान कर उनका पंजीयन करवाने हेतु सेक्टरवार कार्य किया जाएं। पहले त्रिमाही में शत प्रतिशत एएनसी चेकअप किया जाए और पोर्टल में भी लगातार एंट्री करवाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने एनीमिया के प्रकरणों में स्वास्थ्य सुविधाओं का समीक्षा करते हुए कहा कि अत्यधिक एनीमिया की स्थिति का एचएमएस पोर्टल में एंट्री करवाएं, स्वास्थ्य जाँच में सिविर एनीमिक मरीज की पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं की पहचान की जाए।
कलेक्टर ने ब्लाॅकवार बच्चों का टीकाकरण की स्थिति का संज्ञान लिया। आॅनलाईन एन्ट्री भी समय पर करवाएं टीकाकरण में जिस स्वास्थ्य केन्द्र में 70 प्रतिशत से कम काम होने पर संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। शिशु मृत्यु दर में मृत्यु के कारणों का सभी ब्लाॅक से सप्ताहवार इसकी जानकारी एकत्र कर माह अंत में जानकारी दी जाए। साथ ही मृत्यु के कारण का उल्लेख रिपोर्ट दर्ज जरूर करें। वीएचएसएनडी का रिपोंर्टिंग करवाएं फिल्ड विजिट सतत् किया जाए। वीएचएसएनडी के कार्य में लापरवाही करने वालों को नोटिस जारी करने के बाद दो दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि आयुष्मान कार्ड में मृत व्यक्तियों की डाटा जनपद के साथ साझा करें साथ ही उन्होंने आयुष्मान कार्ड में आधार अपडेट की स्थिति की भी समीक्षा किए। आयुष्मान कार्ड के सभी रिकार्ड बीपीएम संधारित कर रखें। उन्होंने वयवंदना कार्ड योजना, मोतियाबिंद जांच उपचार, कुष्ठरोग निवारण, निक्षय निरामय वनरेबल पापुलेशन, निक्षय एन्ट्री एक्सरे जांच पर चर्चा किए। साथ ही मौसमी बीमारियों डेेंगू-मलेरिया, जापानी इंसेफेलाईटीस की स्थिति की समीक्षा करते हुए शहर-ग्रामीण क्षेत्रों पर नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। एनसीडी हाईपर टेंशन, शुगर, कैंसर का मरीजों का हर माह संस्थान पर उपस्थित करवाकर इलाज करवाएं। साथ ही मरीजों का सतत फालोअप और जांच करने के निर्देश दिए। हेल्थ मेला का आयोजन और टेली कंसलटेंशन की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक में सहायक कलेक्टर विपिन दुबे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. संजय बसाक, सिविल सर्जन डाॅ. संजय प्रसाद सहित विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी तथा सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारी और ब्लाॅक प्रोग्राम मैनेजर उपस्थित थे।