दंतेवाड़ा, 23 जून . नक्सलगढ़ में कई इलाके ऐसे हैं जहां सड़क नहीं पहुंच सकी है.जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है.ऐसे ही एक ग्रामीण की जान पर बन आई.जिसे बचाने के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराने की जरुरत थी.लेकिन गांव से चार किलोमीटर दूर सड़क का आखिरी छोर था,जहां तक एंबुलेंस आ सकती थी.लिहाजा ग्रामीणों ने मरीज को चारपाई पर लादकर जंगली रास्ते को पार करते हुए उसे एंबुलेंस तक पहुंचाया.जहां से मरीज को अस्पताल में ले जाकर भर्ती किया गया.जिसके बाद मरीज की जान बची.
मेटापाल गांव में चार दिनों से राजेश पोडियम नाम के युवक की तबीयत खराब थी.जिसे घरवालों ने पहले बैगा को दिखाया.लेकिन राजेश की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ. चार दिन बीतने के बाद ग्रामीणों ने डायल 112 में कॉल किया.लेकिन जब एंबुलेंस को लोकेशन बताया गया तो पता चला कि जिस गांव में मरीज है उस गांव तक सड़क नहीं जाती.इसलिए मरीज को नजदीकी सड़क तक लाना होगा.बस फिर क्या था ग्रामीणों ने चारपाई को ही स्ट्रेचर बनाया और चार किलोमीटर का सफर शुरु किया
चारपाई नें बचाई युवक की जिंदगी
