जगदलपुर, 01 जून। पूर्व केन्द्रीय मंत्री आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा अपने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनाना उनका बडपन्न और मेरा सौभाग्य है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार अच्छे हैं पर मैं पार्टी में शामिल होने नहीं मैं देश के आदिवासी राज्यों की बात रखने जा रहा हूं।
श्री नेताम ने आज बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग द्वितीय के समापन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आगामी पांच जून को नागपुर में होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप शामिल होंगे और कार्यक्रम को मोहन भागवत सम्बोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस अहम बैठक में जल-जंगल-जमीन, धर्मांतरण, औद्योगिक नीति को लेकर अपनी बात कहेंगे। हमारी पुरानी मांग चली आ रही है कि आदिवासी को धर्मकोट की मांग को पूरी करनी चाहिए क्योंकि जनगणना में हिंदु लिखाया जाता है। आदिवासी इलाकों में बड़े पैमाने पे औद्यागिकरण किया जा रहा है जिससे बदलाव तो आयेगा जरूर पर बस्तर और आदिवासी इलाके के लोग कहां जायेगें पता नहीं चलेगा क्योंकि औद्योगिकरण से बाहरी लोगों को प्रवेश अधिक होगा। कितना विस्थापन किया जायेगा इसका भी अभी खुलासा नहीं हुआ है।
श्री नेताम ने कहा कि राष्टीय स्वयं सेवक संघ राष्टहित और आदिवासी हित में काम करने वाला एकमात्र संगठन है। मगर भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा के कारण आदिवासियों के बीच में खाई बड़ी है जिसे पाटने की जरूरत है। उन्होंने संघ आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में उन्हें बुलाया जाना मेरा सौभाग्य है और इसके लिए मै। आभारी हूं परंतु इस उम्र के पड़ाव में संघ में शामिल होना नामुमकिन है। करीम
संघ के कार्यक्रम के मुख्य अथिति होंगे अरविन्द नेताम
