बीजापुर में भीषण मुठभेड़ हुई माओवादियों की पहचान

बीजापुर, 10 फरवरी, 2025  नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता तब मिली जब सुरक्षा बलों ने बीजापुर जिले के राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में माओवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ की, जिसके परिणामस्वरूप 11 महिलाओं सहित 31 कट्टर माओवादियों   को ढेर कर दिया गया। जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर्स और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) द्वारा संयुक्त रूप से चलाए गए इस अभियान में हथियारों और विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा भी बरामद किया गया।

बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव के अनुसार, खुफिया सूचनाओं से सूचना मिली थी कि राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में माओवादी मौजूद हैं। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी तलाशी अभियान शुरू किया। मुठभेड़ सुबह करीब 8ः 00 बजे मद्देड़ और फरसेगढ़ सीमा क्षेत्रों के बीच जंगल में शुरू हुई और देर दोपहर तक रुक-रुक कर जारी रही।

ऑपरेशन के बाद की तलाशी के दौरान 31 वर्दीधारी माओवादियों के शव बरामद किए गए, साथ ही अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए गए, जिनमें । AK-47 राइफल, सेल्फ-लोडिंग राइफल, इंसास राइफल और यहां तक कि एक रॉकेट लॉन्चर भी शामिल है। विस्फोटक सामग्री, एक लेजर प्रिंटर, माओवादी वर्दी, साहित्य, दवाइयां और दैनिक जरूरत की चीजें भी जब्त की गईं। मृतकों में माओवादियों की पहचान

अधिकारियों ने मुठभेड़ में मारे गए पांच उच्च पदस्थ माओवादियों की पहचान की है

हंगा कर्मा (डीवीसीएम, पश्चिम बस्तर संभाग) 8 लाख का इनाम

मंगू हेमला (कमांडर, पीपीसीएम प्लाटून नंबर 11) 5 लाख का इनाम

सुभाष ओयाम (एसीएम, राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र समिति) 5 लाख का इनाम

सन्नू (एसीएम, गंगालूर क्षेत्र समिति) द5 लाख का इनाम

रमेश (पार्टी सदस्य, राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र) 2 लाख का इनाम

शेष मृतक माओवादियों की पहचान के लिए प्रयास जारी हैं।

दो बहादुर सैनिकों की शहादत

ऑपरेशन की सफलता के बावजूद, सुरक्षा बलों को हताहतों का सामना करना पड़ा। बलौदाबाजार के डीआरजी हेड कांस्टेबल नरेश ध्रुव और बालोद जिले के फगुंडा के एसटीएफ कांस्टेबल बासित रावटे भीषण लड़ाई के दौरान शहीद हो गए। उनके पार्थिव शरीर को बीजापुर जिला मुख्यालय लाया गया, जहां सुबह 11:00 बजे नया लाइन स्थित शहीद वाटिका में श्रद्धांजलि दी गई।

इसके अलावा, डीआरजी कांस्टेबल जग्गू कलमू और एसटीएफ कांस्टेबल गुलाब मंडावी को चोटें आईं और उन्हें उन्नत चिकित्सा उपचार के लिए रायपुर ले जाया गया। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

जारी तलाशी और भविष्य के अभियान

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा बल अपने नक्सल विरोधी अभियानों में गति बनाए हुए हैं। पिछले 40 दिनों में अकेले बस्तर संभाग में 65 कट्टर माओवादियों को मार गिराया गया है, जिनमें बीजापुर जिले के 56 माओवादी शामिल हैं। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय के निर्देशों के तहत डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी और सीएएफ सहित कई सुरक्षा बल क्षेत्र में शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
दंतेवाड़ा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप ने इस बात की पुष्टि की कि सुरक्षा बल माओवादी नेटवर्क को ध्वस्त करने और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरों को खत्म करने के लिए अपने अथक प्रयास जारी रखेंगे। हाल की सफलता प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) संगठन के लिए एक बड़ा झटका है और बस्तर में सामान्य स्थिति बहाल करने में सुरक्षा कर्मियों की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।

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