जगदलपुर/ 18 नवंबर – मैत्री संघ विद्यालय में निजी विद्यालय प्रबंधन संघ, बस्तर द्वारा स्कूली विद्यार्थियों के लिए करियर काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 500 विद्यार्थी उपस्थित थे, जिन्होंने युवा मस्तिष्कों को उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर किया।
मुख्य अतिथि, स्वर्गीय महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति मनोज कुमार श्रीवास्तव ने लक्ष्य निर्धारण के महत्व पर जोर देकर विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों से अपनी महत्वाकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए अपने शरीर, मन और संसाधनों को समर्पित करने का आग्रह किया।
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सत्र के परामर्शदाता डॉ. अजीत वारवंडकर ने करियर नियोजन के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान की। उन्होंने विद्यार्थियों के लिए 10वीं और 12वीं कक्षा के बाद उपलब्ध विकल्पों पर प्रकाश डाला, प्रतियोगी परीक्षाओं पर चर्चा की और विभिन्न कॉलेजों के लिए कटऑफ मानदंड की व्याख्या की। डॉ. वारवंडकर ने भविष्य की कैरियर संभावनाओं को भी साझा किया, जिसमें डेटा संग्रह और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे क्षेत्रों पर जोर दिया गया, और अगले 5-10 वर्षों में उनके बढ़ते महत्व की भविष्यवाणी की।
उन्होंने छात्रों को अपनी प्राकृतिक प्रतिभाओं को पहचानने और उसके अनुसार अपने कैरियर पथ को डिजाइन करने के लिए प्रोत्साहित किया, अकादमिक और प्रतिभा-संचालित करियर के बीच अंतर किया।मौजूद छात्रों ने प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासाएं भी शांत की ।
कार्यक्रम का समापन निजी स्कूल प्रबंधन संघ के सचिव नीलोप्तल दत्त द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने गणमान्य व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त किया और मैत्री संघ विद्यालय के अध्यक्ष दीपक घोष को स्थान प्रदान करने के लिए विशेष धन्यवाद दिया। प्रशंसा के प्रतीक के रूप में, सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।