लाल जगदलपुरी की 105वीं जयंती का जश्न
जगदलपुर/प्रसिद्ध क्षेत्रीय साहित्यकार लाला जगदलपुरी की 105वीं जयंती के अवसर पर लाल जगदलपुरी जिला लाइब्रेरी में एक शानदार समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र की जानी-मानी हस्तियाँ और छात्र एकत्रित हुए, जिन्होंने क्षेत्र में शिक्षा और साहित्यिक गतिविधियों के महत्व पर प्रकाश डाला।
दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रह के अध्यक्ष रामाराव वामनकर ने लाला जगदलपुरी की साहित्यिक विरासत पर जोर देते हुए एक प्रेरक भाषण दिया। इस कार्यक्रम में समर्पित अध्ययन के माध्यम से अपने करियर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लाइब्रेरी उपयोगकर्ताओं की उपलब्धियों का भी जश्न मनाया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी और लाइब्रेरी के पदेन सचिव बलिराम बघेल ने सफलता की कहानियों को बढ़ावा देने में लाइब्रेरी की भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने घोषणा की कि लोहंडी गुडा के मुंडाराम कश्यप को आदिवासी विभाग में सहायक निदेशक नियुक्त किया गया है, जबकि विनोद को लाइब्रेरी के संसाधनों का उपयोग करने के बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में चुना गया है।
डीएमसी अखिलेश मिश्रा ने पुस्तकालय में पढ़ने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान पुस्तकालय की क्षमता को बढ़ाने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करने पर है।” महापौर सफीरा साहू ने पुस्तकालय की प्रशंसा करते हुए इसे छात्रों के लिए एक उत्कृष्ट संसाधन बताया और शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए इसके महत्व को दोहराया। इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी और डिमरापाल मातारुकानी संस्थान के सचिव धर्मपाल सैनी, नगर शिक्षा समिति के सदस्य योगेंद्र पांडे, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अध्यक्ष यशवर्धन राव, स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष नरसिम्हा राव और राजस्व अध्यक्ष आलोक अवस्थी सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। इस समारोह में न केवल लाला जगदलपुरी की विरासत का सम्मान किया गया, बल्कि क्षेत्र के महत्वाकांक्षी छात्रों के भविष्य को आकार देने में पुस्तकालय की महत्वपूर्ण भूमिका को भी मजबूत किया गया।
लाला जगदलपुरी जिला ग्रंथालय के अध्यक्ष कलेक्टर श्री एस हरीश व सचिव जिला शिक्षा अधिकारी बीआर बघेल के मार्गदर्शन मे योगेंद्र पांडे जी की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि के रूप में लाला जगदलपुरी जी की 105 वीं जयंती मनाई गई ।मुख्य रूप से यह कार्यक्रम लालजी का साहित्य को योगदान विषय पर समर्पित था ।
इस अवसर पर श्री योगेंद्र पांडे ,यशवर्धन राव नर्सिंग राव ,आलोक अवस्थी और श्री मति सफ़ीरा साहू कार्यक्रम मैं मुख्य अतिथि थीं ।रामाराव वामनकर जी जोकि भोपाल से इस कार्यक्रम के लिए पधारे थे । वे दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय भोपाल मध्य प्रदेश के अध्यक्ष हैं ।लाला जी की हस्तलिखित रचनाओं की मूल प्रति संग्रहालय को सौंपी गई।
लाला जी की रचनाओं को लिपिबद्ध कर चार पुस्तकों में संजोया गया है विनय कुमार श्रीवास्तव ने जिनका संपादन किया है इन पुस्तकों का विमोचन शहर के साहित्यिक संगठनों छत्तीसगढ़ साहित्य समिति ,साहित्य भारती और कादम्बरी संस्था व ग्रंथालय के छात्र छात्राओं के बीच किया गया।
हाल ही में छत्तीसगढ़ PSC एग्ज़ाम में चयनित लाइब्रेरी के छात्र मुन्ना कश्यप और उदय कुमार का सम्मान जिला शिक्षा अधिकारी श्री बीआर बघेल के हाथों किया गया गया ।
साथ ही साथ बस्तर के साहित्यकारों द्वारा पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगायी गई
श्री धर्मपाल सैनी,योगेंद्र मोतिवाला ,सुषमा झा,पूर्णिमा सरोज ,मोहिनी ठाकुर ,नरेंद्र पाढी कर्मजीत कौर , ख़ुदरेजा ख़ान, सुभास पांडे सुभाष श्रीवास्तव श्री गौड़ और विजय सिंह ग्रन्थालय की कवयित्री छात्राएँ उज्जैनी सेठी, पूजा ठाकुर साहित्यकारों का सम्मान व काव्य गोष्ठी लाला जी के जीवन का संस्मरण प्रस्तुत किया गया।
ग्रंथालय प्रभारी अखिलेश मिश्रा व संजय झा व अन्य साहित्यकार इस कार्यक्रम में उपस्थित थे ।