सुकमा, 08 नवम्बर। नक्सल प्रभावित सुकमा में आदिवासी बाहुल्य इलाकों में छठ पूजा में यहां व्रती आपस मे चंदा एकत्र कर घाटो की सजावट करते है वही इसमें आदिवासी समाज के लोगो भी भारी तादाद में शामिल होते है आज छठ महापर्व का आज तीसरा दिन है देशभर के लोग विधि विधान से पूजा करने के लिए तैयारियों में जुट गए हैं। छठ पूजा में तीसरा दिन सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। आज शाम को व्रती महिलाएं-पुरुष विशेष मंत्रों का जाप करते हुए सूर्य अर्घ्य देंगे। साथ ही चैथे दिन सुबह में भी सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है ।
पंडित नित्यन्द मिश्रा के ने बताया छठ पूजा पर दो दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है यानि शाम को डूबते सूर्य को तो वहीं दूसरे दिन अल्प सुबह उगते सूर्य को छठ पूजा का अर्घ्य दिया जाता है। हिंदू कलेंडर के अनुसार, आज सूर्यास्त होने का समय 5 बजकर 32 मिनट ठीक सूर्यास्त के समय सूर्य देव को जल अर्पित किया गया लेकिन देशभर के दूसरे शहरों में सूर्यास्त के समय में थोड़ा बहुत बदलाव देखने को मिल सकता है। वहीं आज सुबह उगते सूरज सूर्य को अर्घ्य देकर ही व्रती महिलाएं अपना व्रत खोला।
magazine