जगदलपुर 5 करोड़ 19 लाख की अनुमानित लागत पर रथ परिक्रमा पथ पर भूमिगत वायरिंग का काम काम चल रहा है। सरकार की मंशा यह है इससे दशहरे के दौरान रथ परिचालन तारों की बाधा नही होगी, बस्तर दशहरा समिति की बरसों की बरसों की मांग पूरी हो रही है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर दशहरा की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता को देखते हुए इस मांग को प्राथमिकता दी।
उनके नेतृत्व में इस परियोजना को मंजूरी दी गई और 5 करोड़ 19 लाख रुपए की लागत से अंडरग्राउंड वायरिंग का कार्य शुरू किया गया।
बस्तर दशहरा के अंतिम चरण में होने वाली विजय रथ परिक्रमा, उत्सव का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है। इस दौरान भारी-भरकम रथों को श्रद्धालु खींचते हैं, और हजारों लोग इस दृश्य को देखने के लिए उमड़ पड़ते हैं। विजय रथ के सुचारू संचालन के लिए विद्युत कम्पनी ने विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं। रथ मार्ग पर मौजूद सभी विद्युत पोल, तार और अन्य संभावित बाधाओं की जांच की जा रही है।