जगदलपुर, 13 मार्च . जैव विविधता के लिए विख्यात बस्तर स्थिति कांगेर वैली राष्ट्रीय उद्यान को ‘यूनेस्को‘ की विश्व धरोहर की सूची में अस्थाई रूप से सम्मिलित किया गया है। यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण है कि राज्य का पहला ऐसा स्थान है, जिसे यूनेस्को ने चयनित कर शामिल किया है। वनमंत्री केदार कश्यप ने इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होने बताया कि विभाग इसके लिए सतत प्रयासरत रहा है।
11 फरवरी 2025 को यूनेस्को में भारत के स्थाई प्रतिनिधिमंडल ने इसका प्रस्ताव सातवें, आठवें और दसवें मानदंड में शामिल करवाया है। इसके तहत विश्व की 6 साइट सूचीबद्ध की गई है। अधिकारियों के अनुसार अब फाइनल सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए एक पृथक विभागीय प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इसके पश्चात यूनेस्को की टीम कांगेर वैली में विजिट कर इसे अंतिम सूची में शामिल करेगी। कांगेर वैली के संचालक चूडामणि सिंह ने बताया कि वैली को वर्ल्ड हैरिटेज बनाने के लिए विभाग कमरकस कर तैयारी में जुटा हुआ है अंतिम सूची में नाम शामिल होने से आधा सफर तय हो गया है शेष औपचारिकता शीघ्र पूरी कर ली जाएगी।