रायपुर, 13 मार्च । विधानसभा, लोकसभा और नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अंतत: एआईसीसी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज की छुट्टी करते हुए पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को इसकी कमान सौंप दी है।
छत्तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष की कमान मिलने के बाद टीएस को अब पार्टी को एकजूट करने कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।दिल्ली में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के हार की समीक्षा के दौरान ही पार्टी हाईकमान को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के संबंध में टीएस सिंहदेव ने इच्छा व्यक्त की थी।तब से प्रदेश में उनका नाम अध्यक्ष पद के लिए तय होने के कयास लगाए जा रहे थे। एआईसीसी ने पिछले दिनों दीपक बैज को दिल्ली बुलाया था, इस दौरान राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों की समीक्षा करने के बाद यह निर्णय लिया गया है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने का आदेश पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जारी कर दिया है। अचानक लिए गए निर्णय के पूर्व एआईसीसी ने अन्य प्रदेशों में प्रदेश अध्यक्षों को चुनाव में प्रदर्शन के बाद बदले जाने का हवाला दिया है।बड़े भाई संभालेंगे पीसीसी की कमान-भूपेशटीएस को अध्यक्ष बनाए जाने पर भूपेश बघेल ने उन्हें बधाई देते हुए कहा, यह खुशी की बात है कि उन्हें प्रदेश कांग्रेस का मुखिया बनाया गया है।
पूर्व में मैंने जिस पद को संभाला उसे अब मेरे बड़े भाई टीएस सिंहदेव संभालने जा रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए हमने विधानसभा सभा चुनाव में जीत दर्ज की और पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया। अब टीएस को भी उसी तरह मेहनत कर पार्टी को जिताना है। ऐसा करने से उनके दिल में मुख्यमंत्री बनने की जो हसरत थी वह पूरी होगी।पार्टी को नई दिशा देने का प्रयास करूंगा-टीएसटीएस सिंहदेव ने पीसीसी अध्यक्ष की कमान मिलने पर कहा, पार्टी को नई दिशा देने का प्रयास करूंगा। पार्टी में गुटबाजी खत्म कर पार्टी नेताओं को एकजूट कर भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ जन आंदोलन कर जनता तक कांग्रेस पार्टी की आवाज पहुंचाने का प्रयास होगा।
साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया जोश भरेंगे। पीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद अपनी टीम तैयार करने का काम जल्द होगा।टीएस को शुभकामनाएं-बैजपूर्व पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने टीएस सिंहदेव को नई जिम्मेदारी मिलने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा, पार्टी हाई कमान ने जो निर्णय लिया है उससे वे खुश हैं। आगे पार्टी को संगठन के गतिविधियों में सहयोग करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार के बावजूद पार्टी को भाजपा सरकार के खिलाफ सड़क की लड़ाई लड़कर कार्यकर्ताओं को एकजूट करने का प्रयास किया।