कांकेर । कांकेर जिले के चारामा तहसील मुख्यालय में उस समय तनाव व्याप्त हो गया, जब एक धर्मांतरित व्यक्ति के शव को दफनाने की खबर सामने आई। इस सूचना के मिलते ही विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए और शव दफनाने की प्रक्रिया का कड़ा विरोध कर रहे हैं ।
जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र के एक व्यक्ति ने पूर्व में अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था। उसकी मृत्यु के बाद परिजनों द्वारा शव को चारामा स्थित कब्रिस्तान में दफनाने की तैयारी की जा रही थी। जैसे ही इसकी भनक बजरंग दल को लगी, वे इसे ‘नियमों के विरुद्ध’ बताते हुए विरोध प्रदर्शन पर उतर आए।
प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति ने अपना मूल धर्म त्याग दिया है, तो उसे उस समाज की परंपराओं या स्थानीय सार्वजनिक स्थलों पर दफनाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि
धर्मांतरित व्यक्तियों के लिए अलग से व्यवस्था सुनिश्चित की जाए स्थानीय सामाजिक समरसता को बिगड़ने से बचाने के लिए कड़े नियम लागू हों।
विवाद की स्थिति को देखते हुए स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कब्रिस्तान और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। अधिकारियों द्वारा दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता और बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
“हम सामाजिक व्यवस्था और नियमों के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेंगे। धर्मांतरण के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी संबंधित धर्म के अनुसार ही होनी चाहिए, न कि समाज पर दबाव बनाकर।” — प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता
फिलहाल क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।