खेल मंत्री श्री वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर अंचल में खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया गया। राज्य सरकार के द्वारा खेल अधोसंरचना को तेजी से विकसित किया जा रहा है। प्रदेश के 31 जिलों में खेलो इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। खिलाड़ियों के बेहतर प्रशिक्षण के लिए कोच तथा प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के युवा अब राष्ट्रीय स्तर के खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के साथ-साथ एजुकेशन के मामले में भी आगे बड़ रहे है। आईएएस और आईपीएस भी बन रहे हैं।
खेल मंत्री श्री वर्मा ने स्कूली बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल में हार-जीत तो लगा रहता है। जीवन भी इसी प्रकार एक खेल है। खेल से खिलाड़ियों में खेल भावना का विकास होता है और अनुशासन सीखने को मिलता है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा खिलाड़ियों के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले को 3 करोड़, रजत पदक प्राप्त करने वाले को दो करोड़ और कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए एक करोड रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
मंत्री श्री वर्मा ने कार्यक्रम के अंत में 1500 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रामकृष्ण मिशन आश्रम के नरसिंह दुग्गा, द्वितीय स्थान स्थान प्राप्त करने वाले आदर्श विद्यालय गरांजी के रस्सूराम और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले एकलव्य आदर्श विद्यालय अंतागढ़ के अभिषेक को पुरस्कार प्रदान किया। कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र मेश्राम, रामकृष्ण मिशन आश्रम के स्वामीजन सहित कोच, रेफरीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थिति थे।