दंतेवाड़ा, 16 जून . नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र अब नई पहचान की ओर बढ़ रहा है। भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने मानदेशी फाउंडेशन के सहयोग से दंतेवाड़ा ज़िले में 50 खेल मैदानों के निर्माण की पहल की है। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारना है, बल्कि युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और एक सकारात्मक माहौल तैयार करना है।
घने जंगलों और आदिवासी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध दंतेवाड़ा अब एक नई तस्वीर गढ़ रहा है। जहां कभी नक्सल गतिविधियों की चर्चा होती थी, वहीं अब बच्चों की खेलती मुस्कान और मैदानों में गूंजते कदम सुनाई देने लगे हैं।
इन मैदानों में क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो और एथलेटिक्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए कोच नियुक्त किए जाएंगे और समय-समय पर प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
इन मैदानों से न केवल खिलाड़ी तैयार होंगे, बल्कि एक नया समाज भी गढ़ा जाएगा। सचिन तेंदुलकर की इस पहल से आदिवासी बच्चों को वह मंच मिलेगा, जिसकी उन्हें वर्षों से प्रतीक्षा थी।
यह खेल मैदान सिर्फ मिट्टी से बने नहीं हैं, बल्कि सपनों, उम्मीदों और आत्मविश्वास से गढ़े जा रहे हैं।