बीजापुर, 11 मार्च . -नक्सली भय और आतंक से जूझ रहे बीजापुर से मात्र 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम रेगड़गट्टा को नियद नेल्लानार योजना के तहत पूर्ण रूप से विद्युतीकरण किया गया। रेगड़गट्टा ऐसे सातवें गांव है जिसे विद्युतीकृत किया जा चुका हैै। दो दशक पूर्व माओवादी भय और आतंक के कारण रेगड़गट्टा जैसे कई गांव के विरान हो गए थे। शासन के सहयोग से सुदूर अंचल के गावों को सुरक्षा कैम्प स्थापित कर सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है जिससे ग्रामीणों में उत्साह और उमंग देखने को मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार के महत्वाकांक्षी एवं लोक कल्याणकारी योजनाएं ग्रामीणों को आकर्षित कर रही है। रेगड़गट्टा निवासी ग्रामीण कमलू कोरसा ने बताया बिजली आने से ग्रामीणों में खुशी का लहर है दो दशक के बाद गांव में बिजली पहुंचने से ग्रामीण खुश है। कमलू ने बताया अब रात के अंधेरे से मुक्ति मिल गई गांव में जंगली जानवर, सांप, बिच्छू के भय से निजात मिली। वहीं बच्चों को पढ़ाई लिखाई करने में आसानी होगी । बिजली पहुंचने से ग्रामीण ने कहा कि अब खेतों में सिंचाई के लिए बोर कराएगे और दो फसल लेगे ।