जगदलपुर, 10 अप्रैल। सुकमा जिले में आज आर्थिक अपराध शाखा और भ्रष्टाचार निरोधी दस्ता की संयुक्त टीम ने सीपीआई नेता कोंटा के पूर्व विधायक और आदिवासीमहा सभा के राट्रीय अध्यक्ष मनीष कुंजाम सहित 7 ठिकानों सहित तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घर पर छापेमार की कार्रवाई चल रही है.
सूत्रों के मुताबिक आज सुबह सुकमा जिले के अलग-अलग ठिकानों में एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम पहुंचकर कार्रवाई कर रही है. नक्सल प्रभावित जिले में पहली बार हो रही इतनी बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है. जानकारी के मुताबिक ये दोनों टीमें आज सुबह पूर्व विधायक और सीपीआई नेता मनीष कुंजाम के ठिकानों पर पहुंची इनके रिश्तेदार के घर भी टीम पहुंची इनके ठिकानों पर टीमें जांच कर रही हैं।
इनके घर पर पड़ रहा छापा- पूर्व विधायक सीपीआई नेता मनीष कुंजाम, कोंटा प्रबंधक – शरीफ़ खान, पालाचलमा प्रबंधक – वेंकट रवाना, फूलबगड़ी प्रबंधक- राजेशेखर पुराणिक, जगरगुंडा प्रबंधक- रवि गुप्ता, मिशिगुडा प्रबंधक- राजेश आयतु, एर्राबोर प्रबंधक – महेंद्र सिंह।
जानकारी के मुताबिक इनके अलावा जिले के 5 अलग-अलग तेंदूपत्ता प्रबंधकों के ठिकानों पर भी ये कार्रवाई चल रही है सुबह से चल रही इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है सुकमा जिले में तेंदूपत्ता बोनस राशि मामले घोटाले के आरोप लगे थे. ग्रामीण आदिवासी संग्राहकों को लगभग 6 करोड़ रुपए बांटने थे जिस राशि पर गबन के आरोप लगा था. तेंदूपत्ता बोनस मामले को लेकर मनीष कुंजाम ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद जांच में सुकमा वनमंडल अधिकारी अशोक पटेल को 8 मार्च को वनमंडल के घर पर भी आर्थिक अपराध शाखा और भ्रष्टाचार निरोधी दस्ता की छापा पड़ा था जिसपर सरकार ने इन्हें निलंबित कर दिया।
तेंदूपत्ता बोनस में 6 करोड़ के घोटाले मामले को लेकर छापा
