विद्यालय में बच्चों की बेदम पिटाई का मामला
जांच के दौरान डीईओ बलीराम बघेल भी मौजूद
जगदलपुर, 25 जुलाई 2025 कुछ दिनों पूर्व धरमपुरा स्थित पीएम श्री नवोदय विद्यालय में आधे दर्जन से अधिक छात्रों की महज इसलिए पिटाई हो गई क्योंकि वे बिजली गुल होने से शोर मचा रहे थे। इसे लेकर मीडिया में खूब हल्ला हुआ । नेश्लन हुमन राईटस क्राईम कंट्रोल ब्यूरो के राष्ट्रीय एवं प्रदेश अध्यक्ष तक जब यह बात पहुँची तो मामले की पड़ताल के लिए बस्तर इकाई को भेजा गया । एन एच आई सीसी बी की बस्तर इकाई ने नवोदय विद्यालय में काफी खामियां पाई जिसे मीडिया को उन्होंने बताया ।
टीम ने शारीरिक दंड की घटना की जांच की और प्रभावित छात्रों, प्राचार्य और शिक्षक से बातचीत की।
टीम के अनुसार पीएम श्री नवोदय विद्यायल में कई खामियां जिसे सिलसिले वार टीम ने बताया है एनएचआर सीसी बी के अनुसार विद्यालय में ये खामियां दिखीं :-
1. पोक्सो बॉक्स की अनुपस्थिति
2. शिक्षक द्वारा बच्चों का शोषण
3. लगातार धमकी
4. विशेष शिक्षक या परामर्शदाता की अनुपस्थिति
5. तनाव प्रबंधन के लिए कोई संसाधन नहीं
इन सभी समस्याओं पर प्राचार्य ने टीम को कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया ।
एनएचआरसीसीबी की बस्तर संभाग टीम ने विद्यालय में बच्चों के अधिकारों को प्राथमिकता देने और एनसीपीआर के अनुसार कार्रवाई करने का सुझाव दिया।
जांच के दौरान डीईओ बलीराम बघेल भी मौजूद थे। जिला शिक्षा अधिकारी को सभी आवासीय विद्यालयों में जांच करने का सुझाव दिया गया।
ज्ञात हो कि इसी विद्यालय के हॉस्टल में पूर्व में भी दूषित भोजन खाकर करीब 28 बच्चों की हालत बिगड़ी थी जिस पर ब्यूरो ने संज्ञान लिया ।
बड़ा सवाल यह है कि दूषित भोजन के मामले में उस वक्त विद्यालय प्रबंधन ने दोषियों पर क्या कार्यवाही की ? शिक्षा विभाग ने क्या कार्यवाही की ? – अब तक अज्ञात है।
बहरहाल इस जांच में पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, जगदलपुर में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं।
एनएचआरसीसीबी की टीम ने विद्यालय प्रशासन को बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने और सुरक्षित शैक्षणिक वातावरण प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है।
जांच के दौरान एनएचआर सीसी बी बस्तर संभाग एवं बस्तर जिला की टीम ,विशेष रूप से जिला शिक्षा अधिकारी ने इस विषय को संज्ञान में लेते हुए बस्तर में अन्य आवासीय विद्यालय की सुरक्षा संबंधित औचक निरीक्षण का आश्वासन दिया। अब उम्मीद तो यही है कि इस विद्यालय से कोई अच्छी खबर निकल कर आए । आश्चर्य है विद्यार्थियों के हितों की बात और हक की लड़ाई लड़ने वाले विद्यार्थी संगठन क्यों खामोश हैं?