झीरम कांड पर नड्डा के बयान से सियासत गरम, दीपक बैज का पलटवार
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान झीरम घाटी कांड को लेकर दिए गए बयान ने प्रदेश की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है। नड्डा ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस नेताओं ने नक्सलियों से सांठगांठ कर यह हमला करवाया और कांग्रेस ही चाहती थी कि ऐसी घटना हो।
नड्डा के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने इसे शहीद नेताओं और उनके परिवारों का अपमान बताया। बैज ने कहा कि इस तरह का बयान देने के लिए जेपी नड्डा को शहीद परिवारों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
दीपक बैज ने सवाल उठाया कि झीरम घाटी कांड के समय प्रदेश में रमन सिंह की भाजपा सरकार सत्ता में थी। जब उस दौर में नक्सली घटनाएं लगातार हो रही थीं, तो परिवर्तन यात्रा के दौरान पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता की राजनीति के चलते सरकार ने इस घटना को होने दिया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उस समय जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ के प्रभारी भी थे, ऐसे में क्या उन्हें इस हमले की कोई पूर्व जानकारी थी। यदि उनके पास कोई सबूत हैं तो उन्हें जनता के सामने रखना चाहिए।
बैज ने मांग की कि जेपी नड्डा और तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह का नार्को टेस्ट कराया जाए, क्योंकि दोनों को इस घटना की जानकारी होने का संदेह है।
उन्होंने यह भी कहा कि इससे पहले निकली विकास यात्रा के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे, लेकिन परिवर्तन यात्रा में इतनी बड़ी चूक होना अपने आप में गंभीर संदेह के दायरे में आता है।
दीपक बैज ने सवाल उठाया कि झीरम हमले में शामिल कई नक्सली अब सरेंडर कर चुके हैं, तो क्या सरकार ने उनसे इस घटना की सच्चाई जानने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा और रमन सिंह इस घटना का कलंक अपने माथे पर लेकर घूम रहे हैं, और सच्चाई सामने लाने के बजाय राजनीतिक बयानबाजी की जा रही है।
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि झीरम कांड को लेकर इस तरह के बयान बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और पार्टी इस मुद्दे पर लगातार जवाबदेही की मांग करती रहेगी।