संयुक्त संचालक शिक्षा ने ली प्राचार्यो की बैठक

जगदलपुर, 20 दिसम्बर 2025/ संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा श्री एचआर सोम द्वारा शनिवार को एमएलबी गर्ल्स स्कूल जगदलपुर में बस्तर जिले के प्राचार्यों की बैठक लेकर मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान, परीक्षा परिणाम एवं अन्य विषयों की विस्तृत समीक्षा की गई। गत तीन वर्ष के कक्षा 10 वीं और 12 वीं परीक्षा परिणाम की समीक्षा की गई। संयुक्त संचालक ने कहा कि प्राचार्य को अपने दायित्व का निर्वहन अच्छे से करना चाहिए। परीक्षा परिणाम प्रतिशत से कम नहीं होनी चाहिए, कम नतीजे वाले स्कूलों के प्राचार्यों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

सयुंक्त संचालक स्कूल शिक्षा कहा कि प्राचार्य को भी नियमित क्लास लेनी है, साथ-साथ प्राचार्यों का नाम उपस्थिति रजिस्टर पर अंकित होनी चाहिए। शाला त्यागी बच्चों को स्कूल में लाने के लिए एसएमडीसी और जन सहयोग के माध्यम से प्रयास करना चाहिए। जिन संस्थानों में स्टाफ की कमी है वहां पर शाला प्रबंधन समिति एसएमडीसी के माध्यम से सेवा भाव एवं बच्चों के हित में सहयोग लिया जा सकता है। समिति से सुझाव भी लेकर अच्छे परिणाम हेतु प्रयास किए जाने चाहिए। किंतु प्राचार्य की कार्य प्रणाली अच्छी होनी चाहिए। बच्चों के हित में कार्य करना चाहिए। शाला समिति की बैठक प्रतिमाह लेना आवश्यक है। इस प्रकार से आप छात्र हित में अच्छे कदम उठा सकते हैं ,सेवानिवृत शिक्षक उनसे भी सहयोग लिया जा सकता है। प्राचार्य अपने विषय का अध्यापन करें। प्राचार्य अपने ज्ञान और अनुभव का लाभ बच्चों के हित में करें। 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा की तैयारी मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के निर्देशानुसार कार्य करना सुनिश्चित करें। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत विकास हेतु समन्वित प्रयास की आवश्यकता है जिससे बच्चे समझना ,लिखना, पढ़ना सीख सके।बच्चों में पाठ्यक्रम अनुरूप दक्षता हासिल हो।खंड शिक्षा अधिकारी, संकुल समन्वयक नियमित निरीक्षण करें, बच्चे किताब पढ़ सके, आवश्यक दक्षताओं को हासिल करें, एक दूसरे पर दोषारोपण ना करें अपने दायित्व का निर्वहन अच्छे से करें। सभी प्राचार्य और खंड शिक्षा अधिकारी शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम हेतु प्रयास करेंगे।

सयुंक्त संचालक स्कूल शिक्षा ने बताया कि कक्षा 10 वीं और 12 वीं का माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा प्रश्न पत्र तैयार कर उस ब्लूप्रिंट के अनुसार बच्चों की तैयारी करवाए। मॉडल प्रश्न पत्र तैयार करवाए, जिसमें उत्तर भी हो। इस अनुसार बच्चों की तैयारी करवाए। जहां पर कोर्स पूर्ण हो गया है ऐसे शिक्षकों क सहयोग शिक्षकविहीन शालाओं में अध्यापन हेतु किया जा सकता हैं। बच्चों को इस प्रकार की तैयारी करवाए ताकि बच्चे मेडिकल, इंजीनियरिंग और अच्छे क्षेत्र में प्रवेश पा सकें। अच्छे बच्चों को मेरिट में लाने हेतु प्रयास करें। बच्चों के भविष्य पर किसी भी प्रकार के लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वार्षिक परीक्षा से पहले प्री बोर्ड परीक्षा हो जानी चाहिए। आपकी किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कमिश्नर बस्तर के निर्देशानुसार समस्त विभागों के अधिकारियों को स्वेच्छा से स्वयं द्वारा चयनित शालाओं में जाकर सप्ताह में कम से कम एक दिन विशेषज्ञता के अनुरूप सम्बंधित विषय का अध्यापन कार्य करने प्रोत्साहित किए जाने कहा। साथ ही

स्मार्ट क्लास एवं आईसीटी लैब का प्रयोग करते हुए अध्यापन कार्य कराया जाए। संयुक्त संचालक ने कहा कि सभी बच्चों की अपार आईडी बननी है शेष बचे हुए बच्चों की अपार आईडी शीघ्र बनाएं। आवश्यकता होने पर प्राचार्य की प्रशासनिक, वित्तीय अवकाश, आदि मामले पर प्रशिक्षण आयोजित की जाएगी।

बैठक के दौरान शिक्षकों की सेवा पुस्तिका, पास बुक का संधारण, लंबित पेंशन प्रकरणों की निराकरण स्थिति, निःशुल्क सरस्वती सायकल योजनांतर्गत लक्षित बालिकाओं को सायकल प्रदाय,

प्रधान अध्यापक और शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी कर पदोन्नति प्रक्रिया, युक्तिकरण के अंतर्गत ज्वाइन नहीं करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की, मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम संचालन, न्यौता भोज का आयोजन इत्यादि की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी  बीआर बघेल, डीएमसी  अशोक पांडे, एडीपीओ जयंती कश्यप, एपीसी श्री राकेश खापर्डे, समस्त विकासखंड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्त्रोत समन्वयक और जिले के समस्त प्राचार्य उपस्थित थे।

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