जगदलपुर, 25 मार्च। बीजापुर जिले में गंगालूर थाना क्षेत्र के एंड्री के जंगलों में 20 मार्च को भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक नाबालिग सहित 25 माओवादी मारे गए थे। मारे गए 18 माओवादियों पर 93 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। इस घटना की जब ग्राउंड रिपोर्ट करने पत्रकारों की टीम पहुंची तो मुठभेड़ स्थल से माओवादियों का एक पत्र मिला। मिले हुए पत्र में महिला नक्सली लीडर मनकी को अंदरूनी इलाकों में लगातार बढते पुलिस के दबाव का जिक्र किया गया है। इतना ही नहीं इस पत्र में साफ लिखा गया है कि फोर्स लगातार जंगलों में हमारे ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। सुरक्षित तरीके से कही भी ठहर पाना मुश्किल हो रहा है। हालांकि यह पत्र एक वर्ष पुराना है। इसमें लिखा गया है कि फरवरी माह 2024 में ही चार बार पहाड़ को घेरा गया है। तोडक़ा, डोडीतुमनार, गम$पुुर, बोडग़ा, एंड्री का कोई भी जंगल सुरक्षित नहीं बचा है। लगातर इन इलाकों में सुरक्षबलों का दबाव बना हुआ है। इसलिए आप सभी अपने इलाकों में सरक्षित पनाह देखें। इस पत्र के मिलने तक वह गंगालूर छोडक़र भैरमगढ जा रहा हूं। संगठन में कुछ ठीक नही चल रहा है।
बीजापुर पुलिस के सामने नक्सली लीडर दिनेश मोडिय़ामी ने समर्पण कर दिया है। दिनेश मोडिय़ामी माओवादी संगठन में गंगालूर एरिया कमेटी का कर्ताधर्ता था। उसने हाल ही में समर्पण किया है। यह चिट्टठी उसके गार्ड ने दिनेश के संगठन में रहने के दौरान लिखी गई थी। इस चि-ी को लिखे हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है। इस समय अवधि में फोर्स लगातार मुठभेड़ कर रही है और माओवादियों को धूल चटा रही है। जिस जंगल में यह चि-ी मिली है वही दो बार मुठभेड़ फोर्स कर चुकी है। यहां एसकेजेडसी सहित 30 से अधिक माओवादी मारे जा चुके हैें।
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