जगदलपुर, 26 अक्टूबर । बस्तर जिले के कांगेर घाटी में स्थित विश्वविख्यात कुटुमसर गुफा के समीप एक नई गुफा ग्रीन गुफा की खोज की गई है।

कांगेर घाटी राष्टीय उद्यान के निदेशक नवीन कुमार ने बताया कि ग्रीन गुफा को आगामी 01 जनवरी से पर्यटकों के लिए खोलने की योजना है। वन विभाग ने इसके लिए तकनीकि मंजूरी के लिए आवेदन कर दिया है। ग्रीन गुफा की संरचना कुटुमसर गुफा से मिलती जुलती है जिसकी छत जो 60 से 80 फीट उंची है, गुफा के भीतर स्टे लाईट चट्टाने मौजूद है जो एक प्रकृतिक चमत्कार है।
उन्होंने बताया कि ग्रीन गुफा में लाईकेन की मौजूदगी जो अन्य गुफाओं से अलग है। क्योंकि यहां प्राकृतिक रंग और बनावट अपने आप में एक अनोखा दृश्य है।
श्री नवीन कुमार ने आज कुछ संवादाताओं को बताया कि छत्तीसगढ़ का बस्तर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। एक नई खोज ने बस्तर की सुंदरता को बढ़ा दिया है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, जो पहले से ही कुटुमसर और कैलाश गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है, वहां नई गुफा-ग्रीन गुफा की खोज हुई है। यह गुफा, कुटुमसर गुफा से मात्र 10 किमी की दूर पर स्थित है और वन विभाग की टीम ने इसके रहस्यमयी गलियारों में 200 मीटर तक की यात्रा कर ली है।
ग्रीन गुफा का नाम इसके अनोखे हरे रंग के कारण पड़ा है। गुफा के कई हिस्सों और स्टैलेक्टाइट्स पर लाइकेन की परत चढ़ी हुई है, जो इसे एक चमकदार हरा रंग प्रदान करती है। लाइकेन जो एक प्रकार का सहजीवी जीव है, पेड़ों की छाल, चट्टानों और अन्य सतहों पर पाया जाता है।