मंत्रालय में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य भेंट के दौरान राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के नव-नियुक्त अध्यक्ष रूप सिंह मंडावी ने अपनी नियुक्ति पर हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर वन एवं जलवायु, परिवहन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास बघेल एवं बसना के विधायक संपत अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
मंडावी जी, जो बस्तर जिले के फरसागुड़ा ग्राम के निवासी एवं पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष हैं ने कहा कि यह नियुक्ति आदिवासी समुदाय के उत्थान, शिक्षा, स्वावलंबन एवं परंपरागत संस्कृति के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार की आदिवासी कल्याणकारी योजनाओं की सराहना करते हुए आश्वासन दिया कि आयोग के माध्यम से अनुसूचित जनजाति समुदाय के हितों की रक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभाई जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रुपसिंह मंडावी को बधाई देते हुए कहा कि उनकी नियुक्ति से आदिवासी बंधुओं के सशक्तिकरण को नई गति मिलेगी। उन्होंने राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जाएगा।
इस भेंट के दौरान खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल एवं विधायक सम्पत अग्रवाल ने भी मंडावी के कार्यक्षेत्र में सहयोग का आश्वासन दिया। अग्रवाल जो बस्तर क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करती हैं, ने विशेष रूप से आदिवासी संस्कृति संरक्षण पर जोर दिया।
यह नियुक्ति 25 अक्टूबर 2025 को राज्य शासन द्वारा जारी आदेश के अनुरूप है, जिसमें आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग ने रुपसिंह मंडावी को आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह कदम राज्य में अनुसूचित जनजाति समुदाय के अधिकारों की मजबूती के लिए एक सकारात्मक पहल है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से सौजन्य भेंट
 
				
			 
                         
                         
                         
                         
                         
                         
				
			 
				
			 
				
			