नारायणपुर। अबूझमाड़ में पुलिस का बुलडोजर एक्शन चल रहा हैं। मृत नक्सलियों की महिमा मंडन करने नक्सल स्मारक पर पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही हैं। साथ ही विकास का बुलडोजर चलाकर गांव में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहभागिता निभाई जा रही हैं। इसी कड़ी में माओवादियों के आश्रय स्थल ‘‘जाटलूर’’ में नवीन कैंप स्थापित करने के बाद फोर्स ने गांव में बने एक विशाल नक्सली स्मारक पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया हैं। इस दौरान ग्रामीणों के द्वारा नक्सलवाद का खात्मा और माओवादियों का सहयोग नहीं करने का संकल्प लिया गया।
इस इलाके में गदर के गीत गाने वाले बच्चों ने “भारत माता की जय ” के नारे लगाकर जवानों का इस्तकबाल किया गया।एक साल के भीतर नारायणपुर के अबूझमाड़ में 16वां सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प खोला गया हैं।अबूझमाड़ क्षेत्र में हो रहे तेजी से विकास कार्यों से प्रभावित होकर वर्ष 2024-25 में नक्सल विचारधारा को त्याग कर 208 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
सड़कों का बिछेगा जाल…
जिले के अंदरूनी इलाकों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा हैं। इसी कड़ी में थाना ओरछा के ग्राम जाटलूर क्षेत्र में ओरछा -आदेर – लंका एक्सिस तक सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा प्रदान करने एवं विकास कार्यो में सहयोग पहुंचाने के उद्देश्य से गुरुवार को नारायणपुर पुलिस डीआरजी, बस्तर फॉईटर एवं आईटीबीपी 27वीं 38 वीं 40वीं 44 वीं वाहिनी के द्वारा घोर नक्सल प्रभावित माड़ क्षेत्र माओवादियों के आश्रय स्थल ग्राम जाटलूर में नवीन कैम्प स्थापित किया गया है।
अफसरों ने गांव में लगाई चौपाल…
कैम्प ओपनिंग के दौरान पुलिस के आला अफसरों ने गांव में चौपाल भी लगाया। इस दौरान DIG कांकेर रेंज अमित तुकाराम एवं SP नारायणपुर रॉबिनसन गुड़िया ने अन्य अधिकारियों के साथ ग्राम जाटलूर , मुरुमवाड़ा , कूरकास, धोबे , हरवेल एवं आसपास गांव से आये ग्रामीणों से कुशलक्षेम जानकर उनके समस्याओं को सुना गया। ग्रामीणों द्वारा मुख्य रूप से बिजली, नल-जल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोड इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के साथ पुलिस कैम्प की मांग किया गया जिसे जल्द पूर्ण कराये जाने का आश्वासन दिया गया।
लाल आतंक के खिलाफ हुए ग्रामीण…
ग्रामीणों ने नक्सलियों द्वारा मारे गये लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए नक्सलवाद की प्रताड़ना को व्यक्त किया और इस बात के लिए खुशी जाहिर किये कि पुलिस कैम्प खुलने से अब भय मुक्त जीवन जी सकेंगे। आसपास के नक्सल समर्थक ग्रामीण स्वयं को सुरक्षित महसुस कर माड़ क्षेत्र में कैम्प स्थापना के प्रभाव से आत्मसमर्पण हेतु नारायणपुर पुलिस के पास पहुंच रहे है।
एक साल में 99 नक्सलियों को मार गिराया…
नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना होने से नक्सल उन्मुलन में तेजी आई है जिसके फलस्वरूप वर्ष 2024 से अब तक नक्सल विचारधारा को त्याग कर 208 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किये एवं सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों 99 माओवादी को मार गिराने व 117 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित हुई है।
इन गांवों में खुला सुरक्षा कैंप…
नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों के अघोषित राजधानी कुतुल सहित नक्सलियों के आश्रयस्थल कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम, ईदवाया, आदेर, कुड़मेल, कोंगे, सितरम,तोके और जाटलूर में कैम्प खोली है।