जगदलपुर। एक करोड़ के ईनामी और कुख्यात नक्सली भूपति के आत्मसमर्पण के बाद उसकी गैंग के 120 से ज्यादा नक्सलियों ने भी सरेंडर कर दिया है। बीजापुर जिले में मौजूद इन नक्सलियों को जगदलपुर लाया जा रहा है। संभवतः ये सभी नक्सली यहां बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदर राज पी. और सीआरपीएफ के सीनियर ऑफिसरों के समक्ष आत्मसमर्पण करेंगे। इसे अब तक देश में सबसे बड़ा नक्सली आत्मसमर्पण माना जा रहा है। आत्मसमर्पण करने जा रहे नक्सलियों में दंडाकारण्य स्पेशल जोनल कमेतो डीकेएसजेडसी के प्रवक्ता रूपेश का भी नाम शामिल है।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही एक करोड़ के ईनामी नलसली लीडर भूपति समेत दर्जनों बड़े कैडर के नक्सलियों ने महाराष्ट्र में आत्मसमर्पण किया था। इसके अलावा बसव राजू समेत कुछ बड़े नक्सली नेता मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। अब भूपति के समूह के 120 से अधिक नक्सलियों के आत्मसमर्पण निर्णय लिया है। इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का प्रस्ताव बीजापुर के पुलिस और सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेजा था। अधिकारियों ने यह प्रस्ताव मान लिया है।
आत्मसमर्पण के इच्छुक 120 से भी अधिक नक्सली बीजापुर जिले में इंद्रावती नदी के उस पार उसपरी घाट पर एकत्रित हैं। ये सभी भूपति गैंग के सदस्य बताए गए हैं। सरेंडर करने जा रहे नक्सलियों में डीकेएसजेडसी का प्रवक्ता रुपेश भी शामिल है। नक्सली संगठनों की रणनीति बनाने में रुपेश अहम भूमिका निभाता रहा है और नक्सली फैसलों व फरमानों से जुड़ा बयान रुपेश ही जारी करता रहा है। इस बड़े आत्मसमर्पण के मद्देनजर पुलिस सिआरपीएफ, कोबरा, डीआरजी व अन्य सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था कर रखी है। हथियारों के साथ आत्मसमर्पण के लिए सभी को जगदलपुर ले जाने की तैयारी है। इस लिहाज से बीजापुर से जगदलपुर के बीच पूरे मार्ग के चप्पे चप्पे पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस जवानों को तैनात किया गया है। महाराष्ट्र व अंतागढ़ और सुकमा के बाद अब बीजापुर में लाल आतंक का सफाया शुरू हो गया है। इन नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद नक्सली संगठनात्मक रूप से बेहद कमजोर हो जाएंगे और जो बचे खुचे बाहरी नक्सली हैं वे या तो अपने प्रदेशों की ओर कूच कर जाएंगे, या आत्मसमर्पण कर देंगे या फिर सुरक्षा बलों की गोलियों से मारे जाएंगे।