मिला आश्वासन,चेयरमैन ने कहा बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज के हवाले से सोशल मीडिया, टीवी और अखबार में समाचार प्रकाशित हुआ है कि जुम्मे की नमाज के दौरान तकरीर करने के लिए वक्फ बोर्ड से अनुमति लेने की जरूरत पड़ेगी और ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। यह मामला तूल पकड़ पाता कि उससे पहले ही बस्तर संभाग मुस्लिम समाज के अध्यक्ष वसीम अहमद ने समाज के लोगों को ले जाकर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष से मुलाकात की और उन्हें जारी बयानों को लेकर विरोध दर्ज कराते हुए ज्ञापन सौंपा। अध्यक्ष सलीम राज ने समाज की मंशा को भली-भांति समझा और दिए गए ज्ञापन को पढ़ने के बाद उन्होंने स्पष्ट किया इस तरह का वक्फ बोर्ड ने ना ही कोई आदेश जारी किया है और ना हीं उनकी इस तरह की कोई मंशा है। श्री राज ने स्पष्ट किया कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया जिससे पेश इमाम, समाज या मुतवल्ली को परेशान होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वक्फ बोर्ड से भी किसी तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। वसीम अहमद के विरोध जताने पर उन्होंने ज्ञापन में ही स्पष्ट रूप से लिख दिया कि इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। मीडिया में जो समाचार प्रकाशित प्रसारित किया जा रहा है उनके बयानों को तोर मरोड़ कर उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। सभी मुतवल्लियों और इमाम से उन्होंने कहा कि जुम्मे की नमाज के दौरान की जाने वाली तकरीर के लिए वक्फ बोर्ड से किसी तरह की कोई अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं है। दीन,हदीस,भाईचारे और समाज की बेहतरी के लिए आप बेहतर तकरीर कर सकते हैं। जैसा पहले करते आए हैं आज जो कर सकते हैं, इसमें बोर्ड की किसी तरह की कोई बंदिश नहीं है।
प्रकाशित बयान से समाज के लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं… वसीम अहमद
बस्तर संभाग के मुस्लिम अध्यक्ष वसीम अहमद ने चेयरमैन से मिले आश्वासन को लेकर उनका शुक्रिया कहा और उन्होंने समाज के लोगों से अपील की है की जारी बयान को लेकर समाज के किसी भी व्यक्ति को घबराने की जरूरत नहीं है।