सुकमा, 09 जुलाई . सुकमा सिमा से लगे मलकानगिरी जिले में एम्बुलेंस नही पहुचा गांव घाट पर 8 किलोमीटर पैदल लेकर पहुँचे परिजन तब तब जा कर गर्भवती महिला पहुची अस्पताल खराब सड़क हालातों के कारण गर्भवती महिलाओं को अक्सर खाट या खटिया पर अस्पताल ले जाया जाता है, या फिर उन्हें पैदल ही चलना पड़ता है। एक घटना में, एक गर्भवती महिला को 8 किलोमीटर से अधिक पैदल चलकर एम्बुलेंस तक पहुंचना पड़ा क्योंकि एम्बुलेंस उसके गांव तक नहीं जा सकी।
मलकानगिरी जिले में, विशेष रूप से दुर्गम क्षेत्रों में, सड़क की कमी के कारण गर्भवती महिलाओं को खाट या खटिया पर अस्पताल ले जाने की खबरें आती रहती हैं। एक 32 वर्षीय गर्भवती महिला को 8 किलोमीटर से अधिक पैदल चलना पड़ा क्योंकि एम्बुलेंस उसके गांव तक नहीं पहुंच सकी।

उसे और उसके रिश्तेदारों को पहाड़ी इलाकों से गुजरना पड़ा और अंततः पल्कागुडा गांव में एम्बुलेंस तक पहुंचने में सफल हुए, जहां से उसे खैरपुट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसने एक लड़के को जन्म दिया।
इस तरह की घटनाएं मलकानगिरी जिले में असामान्य नहीं हैं, जहां खराब सड़क और परिवहन सुविधाओं की कमी के कारण अक्सर गर्भवती महिलाओं को खाट या खटिया पर अस्पताल ले जाया जाता है। करीम
इस तरह की घटनाएं मलकानगिरी जिले में असामान्य नहीं हैं, जहां खराब सड़क और परिवहन सुविधाओं की कमी के कारण अक्सर गर्भवती महिलाओं को खाट या खटिया पर अस्पताल ले जाया जाता है। करीम