जगदलपुर/बात बस्तर के महानायक की जिसने 60 के देशक में देश विदेश में बस्तर का नाम रौशन किया । आज हर फिल्म कलाकार का सपना होता है कि वह हॉलीवुड की फिल्म में काम करे। बड़ी बात तो यह है कि नारायणपुर के गढ़बंगाल का रहने वाला 10 साल के चंन्द्रू मंडावी ने यह कर दिखाया । उस पर बनी 90 मिनट की फिल्म ने कई रिकार्ड तोड़े । और ऑस्कर जीता 1960 में बस्तर के इस बालक को दुनियां भर में प्रसिद्ध कर दिया । मगर उसने अपना जीवन तंगहाली में बिताया । मूलतः उसकी फिल्म स्वीडिश में बनी और बाद में 9 अलग-अलग देशों में फिल्में बनी और रिकार्ड कायम किया ।
यूट्यूब पर जंगल सागा टाईप करते ही उसकी फिल्म आप देख सकते हैं।
Jungle Saga
वापस बस्तर लौट कर आने के बाद चेन्द्र का परिवार पुनः बदहाली में चला गया । और गरीबी में जीते हुए उसकी मौत 18 सितंबर 2013 को हो गई। आज उसका परिवार बेहद गरीबी में जीवन बसर कर रहा है उसकी पत्नि ने सरकार से आवास के लिए उम्मीद लगाए बैठी है।
आज उस पर बनी प्रतिमाएं और प्रतीक भारत के विभिन्न मंत्रालयों में मिल जाएगी।
वन मंत्री नारायणपुर विधायक केदार कश्यप ने कहा है सरकार परिवार का हर संभव ख्याल रखेगी। उनके परिवार के लिए आवास की व्यवस्था करेगी।