सुकमा/ सुकमा जिला पुलिस ने पाकेला आवासीय पोटाकेबिन विद्यालय में तैयार किए गए भोजन में फिनाइल मिलाए जाने के संदेह में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109 के तहत हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। जिला कलेक्टर देवेश कुमार ध्रूव द्वारा गठित एक जाँच दल की प्रारंभिक जाँच के बाद छिंदगढ़ पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई।
क्या नवोदय विद्यालय जगदलपुर में हुए ऐसे ही मामले जांच रिपोर्ट सामने आएगी?
बहरहाल, पाकेला में हुए मामले को लेकर बस्तर संभाग भर में घोर प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस की छिंदगढ़ इकाई ने पोटाकेबिन विद्यालय की गेट पर खूब हंगामा किया और जांच की मांग की थी। कांग्रेस के नजिम खान और राजु नाग ने पोटाकेबिन के गेट पर मीडिया को दिए अपने बयान में रोष प्रगट किया था। इधर मानव अधिकार और अपराध नियंत्रण ब्यौरो के संभाग प्रमुख जगमोहन सोनी ने भी इसे घोर लापरवाही बताया था और जांच की मांग की थी।
सुकमा के एएसपी रोहित शाह ने कहा कि आवासीय विद्यालय के अधीक्षक सहित 14 व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जाँच के परिणामों के आधार पर आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
यह मामला 21 अगस्त की रात की एक घटना से संबंधित है, जब 426 छात्रों के लिए बनाई गई सब्जी में फिनाइल जैसी तेज़ गंध पाई गई थी। अधीक्षक दुजाल पटेल के अनुसार, रात के खाने में लगभग 48 किलोग्राम बीन्स की सब्जी पकाई गई थी। नियमित परीक्षण के दौरान, सहायक अधीक्षक और प्रशिक्षकों ने असामान्य गंध को महसूस किया और तुरंत अलार्म बजाया। पटेल ने कहा, कर्मचारियों की सतर्कता ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया। अगर खाना परोसा जाता, तो सैकड़ों बच्चों की जान जोखिम में पड़ सकती थी।
मामले का संज्ञान लेते हुए, कलेक्टर ध्रुव ने तुरंत एसडीएम सूरज कश्यप, डीएमसी उमाशंकर तिवारी और एपीसी आशीष राम की तीन सदस्यीय जाँच समिति गठित की। समिति को एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है, जिसके आधार पर सख्त प्रशासनिक कार्रवाई की उम्मीद है।
इस तमाम घटनाक्रमों के बीच लोगों में ये सवाल उपज रहा है कि क्या जगदलपुर के जवाहर नवोदय में हुई विषाक्त भोजन के मामले में सरकार ने क्या कार्यवाही की ? इसका जवाब नहीं मिल सका है।
इस घटना ने आवासीय विद्यालयों में खाद्य सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यापक चिंता पैदा कर दी है। अधिकारियों ने संकेत दिया है कि जाँच पूरी होने के बाद बड़ी अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। उम्मीद है जगदलपुर के नवोदय विद्यायल में विशाक्त भोजन की जांच रिपोर्ट भी सामने आएगी।