जगदलपुर 12 जुलाई .प्रेस विज्ञप्ति में राजेश चौधरी नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि नगर निगम जगदलपुर में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली महापौर एवं उनकी टीम का दोहरा मापदंड एवं चरित्र अब जगजाहिर हो चुका है। जब नगर निगम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करता है, तब गरीब दुकानदारों और सामान्य नागरिकों पर महापौर का बुलडोजर बेरहमी से चलता है, लेकिन जब किसी रसूखदार या प्रभावशाली व्यक्ति के अतिक्रमण को हटाने की बारी आती है, तो वही महापौर और उनकी टीम पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन सौंपने की नौटंकी करने पहुंच जाते है। यह सीधा संकेत है कि नगर प्रशासन की कार्रवाई केवल कमजोर वर्ग के विरुद्ध ही की जाती है, जबकि प्रभावशाली लोगों को संरक्षण प्रदान किया जाता है।
इसी प्रकार का दोहरा चरित्र आवारा पशु एवं स्वान (कुत्तों) के मुद्दे पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। महापौर महोदय एवं उनकी टीम आवारा मवेशियों के मालिकों से भारी-भरकम जुर्माना वसूलने की योजनाएं बना रहे हैं, जबकि शहर में आवारा स्वान (कुत्तों) के द्वारा बच्चों, महिलाओं एवं बुजुर्गों पर लगातार हमले हो रहे हैं, कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं जिसकी शिकायत भी निगम कार्यालय तक लगातार पहुंच रही है आज ही की बात है डॉक्टर अब्दुल कलाम वार्ड में एक स्वान (कुत्ते) ने कई बच्चों को दौड़ाया और काटने की कोशिश की जिससे बच्चे गिर कर चोटिल भी हुए और यह मामला थाना तक जा पहुंचा है। इसी विषय को प्रथम सामान्य सभा में मदर टेरेसा वार्ड के हमारे सम्माननीय पार्षद शुभम यदु द्वारा भी उठाया गया था जिस पर सदन में पक्ष/विपक्ष के अधिकतर सदस्यों ने उनका समर्थन भी किया बावजूद इसके इस गंभीर विषय पर महापौर एक शब्द बोलने तक को तैयार नहीं हैं।
यह इस बात का प्रमाण है कि जहां-जहां जनता से वसूली की संभावना दिखती है, वहां महापौर जी और उनकी टीम तुरंत सक्रिय हो जाते हैं, परंतु जहां कोई आर्थिक लाभ नहीं है, वहां जनता की जान की सुरक्षा भी उनके लिए कोई मायने नहीं रखता।
यह दोहरा मापदंड दोहरा चरित्र अब शहर की जनता के सामने उजागर हो चुका है। महापौर महोदय एवं उनकी टीम को जवाब देना चाहिए कि आखिर वे आवारा स्वान (कुत्तों) के मुद्दे पर चुप क्यों हैं? क्या गरीबों के साथ कठोरता और रसूखदारों के साथ नरमी ही भाजपा की नीति है?
महापौर एवं भारतीय जनता पार्टी का दोहरा मापदंड/दोहरा चरित्र जनता के समक्ष उजागर
