जगदलपुर/ हाल ही में चौंकाने वाले आँकड़े सामने आए हैं, जिसमें बताया गया है कि जगदलपुर में लगभग पचास हज़ार युवा नशे की लत से जूझ रहे हैं। इस लत के दुष्परिणामों में चोरी और मारपीट सहित छोटे-मोटे अपराधों में वृद्धि हुई है, क्योंकि नशेड़ी अपनी लालसा को पूरा करने के लिए गैरकानूनी गतिविधियों का सहारा लेते हैं। जानकारों को मानना है कि कुछ लोगों ने तत्कालिक लाभ के लिए सार्वजनिक संपत्ति, जैसे पानी के नल के पाइप चोरी करने का भी सहारा लिया है।
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इंदिरा स्टेडियम, हाथा ग्राउंड (गांधी मैदान), लालबाग, दलपत सागर, दंतेश्वरी वार्ड और यहाँ तक कि बालविहार स्कूल के पास भी शहर के कई प्रमुख क्षेत्रों में ये परेशान करने वाली घटनाएँ देखी गई हैं। यह समस्या इतनी व्यापक हो गई है कि स्कूली बच्चे नशीली दवाओं के दुरुपयोग के शिकार हो रहे हैं, जिससे सामाजिक वातावरण बिगड़ रहा है।
स्कूलों के पास संदिग्ध पान ठेले जगदलपुर में बढ़ती चिंता
एक विशेष चिंताजनक बात यह है कि स्कूलों के आसपास पान ठेलों की धड़ल्ले से चल रहें हैं। जो अवैध नशीली दवाओं की गतिविधि के केंद्र के रूप में काम करते प्रतीत होते हैं। अब चिंतित नागरिकों द्वारा यह सवाल उठाया जा रहा है ’’किस नियम के तहत पान की दुकानों को शैक्षणिक संस्थानों के इतने करीब चलने की अनुमति है?’’
अधिकारियों से आग्रह किया जा रहा है कि वे इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई करें और स्कूली बच्चों और बड़े पैमाने पर समुदाय के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करें। नशीली दवाओं की लत और स्कूलों के पास अवैध पदार्थों की पहुँच का मुद्दा स्थानीय कानून प्रवर्तन और शहर के अधिकारियों से तत्काल ध्यान देने की मांग करता है।