22 नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता, किया सरेंडर

सुकमा , 18 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को 22 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया जिनमें से 12 पर कुल 40.5 लाख रुपये का इनाम था। सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि नौ महिलाओं समेत नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली माओवादियों के माड़ (छत्तीसगढ़) और नुआपाड़ा (ओडिशा) डिवीजनों में सक्रिय थे।

अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर 1 में डिप्टी कमांडर मुचाकी जोगा (33) भी शामिल है।

सरेंडर करने वाले नक्सलियों में माड़ डिवीजन के तहत कंपनी 1 नंबर का नक्सली मुचाकी जोगा और उसकी पत्नी मुचाकी जोगी (28) पर 8-8 लाख रुपये का इनाम है।

उन्होंने बताया कि अन्य लोगों में किकिद देवे (30) और मनोज उर्फ दुधी बुधरा (28) शामिल हैं, दोनों एरिया कमेटी सदस्य हैं और उन पर 5-5 लाख रुपये का इनाम है।

अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सात नक्सलियों पर 2-2 लाख रुपये का इनाम है, जबकि एक अन्य नक्सली पर 50,000 रुपये का इनाम है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले अन्य नक्सली सुरक्षा बलों पर कई हमलों में भी शामिल थे।उन्होंने बताया कि जिला पुलिस, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), सीआरपीएफ और इसकी विशिष्ट इकाई कोबरा ने उनके आत्मसमर्पण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी गई और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।पिछले वर्ष बस्तर क्षेत्र में 792 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। बस्तर क्षेत्र में सुकमा सहित सात जिले शामिल हैं। करीम

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