नारायणपुर/ जिले के छोटेडोंगर आमदई माइंस में एक मजदूर की मौत और एक के घायल होने की घटना के बाद स्थानीय मजदूरों में और मृतक के परिजनों में आक्रोश जमकर दिखा। खदान के दफ्तर के सामने शव रखकर लोगों ने रात बारह बजे तक धरना प्रदर्शन किया। निक्को जायसवाल कंपनी के आफिस के सामने मुख्य मार्ग में मृतक के शव को रखकर मजदूरों ने प्रदर्शन कर इस प्रकार की घटना पर नाराजगी जताया। वही मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की बात कहीं।
घटना के बाद माइंस प्रबंधन की तरफ से एक भी कर्मचारी और अधिकारी के नहीं आने से लोगों में जमकर नाराजगी रही। सुबह घटना होने के बाद से खदान प्रबंधन का कोई भी कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं था जिससे घायलों को एम्बुलेंस की सुविधा भी समय पर नहीं मिल पायी था। लोगों के द्वारा तीन घंटे तक शव रखकर कंपनी के सहायक प्रबंधक एचएन झा को मौके पर आने की मांग किया गया जिसके बाद देर रात एचएन झा को पुलिस सुरक्षा में लाया गया फिर धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों से बात कर मामले को शांत किया गया। ग्रामीणों की मांग निक्को प्रबंधन जब तक मृतक के परिजन से नहीं मिलेंगे तब मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा ।
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कंपनी के अधिकारी से बात होने के बाद शनिवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।लगातार हो रहे आईईडी ब्लास्ट की घटना पर ग्रामीणों ने माइंस प्रबंधक और जिला प्रशासन की लापरवाही का नतीजा बताया हैं ।
माइंस के मजदूर एवं उनके परिवारों द्वारा माइंस खदान में लगे आईडी की जांच की मांग की गई हैं। संघ के लोगों ने भी कहा हैं कि जब तक आमदाई माइंस क्षेत्र में पूरी तरह से आईडी की सर्चिंग नहीं हो जाती तब तक मजदूर माइंस में काम नहीं करेंगे।