आत्म समर्पण कर चुके पूर्व नक्सलियों ने बनेंगे आधार कार्ड

कांकेर। बस्तर में नक्सलवाद अपनी अंतिम सांस गिन रहा है, ज्यादातर नक्सली अब आत्म समर्पण कर आम जीवन जीने की चाह में है, प्रदेश गृहमंत्री विजय शर्मा ने शनिवार की शाम भानुप्रतापपुर के मुल्ला में बनाए गए पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया और यहां पुनर्वास का परीक्षण ले रहे आत्म समर्पित नक्सलियों से मुलाकात की, इस दौरान गृहमंत्री ने कई अहम निर्देश प्रशासन को दिए है। उन्होंने पुनर्वासित युवाओं से मुलाकात करते हुए मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली।शनिवार शाम को ग्राम मुल्ला पुनर्वास केन्द्र पहुंचे उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने युवाओं से शिक्षा-दीक्षा और खेती के संबंध में जानकारी ली, साथ ही उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को पुनर्वासित परिवार के सदस्यों से पुनर्वास केन्द्र में मुलाकात की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों को आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड भी बनवाने एवं स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के निर्देश भी दिए। मुख्यधारा में लौटे युवाओं को परिवार की सहमति होने पर पुनर्वास केंद्र में ही सामूहिक विवाह की व्यवस्था कराने के लिए कहा गया। उन्होंने युवाओं को विधानसभा सत्र के दौरान रायपुर भ्रमण कराकर उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया की जानकारी देने और उन्हें कार्यप्रणाली से अवगत कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।

उल्लेखनीय है कि माओवाद विचारधारा से मुख्यधारा में लौटे युवक-युवतियों को वर्तमान में कौशल प्रशिक्षण केंद्र मुल्ला भानुप्रतापपुर में रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। पुनर्वास केंद्र में उन्हें काष्ठ शिल्प, राज मिस्त्री तथा इलेक्ट्रिशियन जैसे एडवांस ट्रेड्स का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्तमान में यहां कुल 66 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें 52 पुनर्वासित युवक एवं 14 प्रभावित परिवारों के सदस्य शामिल हैं। जिसमें 36 युवाओं को काष्ठ शिल्प, 15 युवाओं को राज मिस्त्री तथा 15 युवाओं को इलेक्ट्रिशियन ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे स्वावलंबी होकर अपने परिवार एवं समाज के आर्थिक विकास में योगदान देते हुए आत्मनिर्भर बने और समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें।

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